Ad Image
Ad Image
चुनाव आयोग: EPIC नहीं तो 12 वैकल्पिक ID प्रूफ से कर सकेंगे मतदान || बिहार विधानसभा चुनाव 25 : 121 सीट के लिए अधिसूचना जारी || गाजा युद्ध विराम की निगरानी के लिए 200 अमेरिकी सैनिक होंगे तैनात || इजरायल और हमास ने किए गाजा शांति योजना पर हस्ताक्षर: राष्ट्रपति ट्रंप || टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

बिहार चुनाव: कांग्रेस ने 25 उम्मीदवारों को दी मंजूरी, सीट बंटवारा जारी

स्टेट डेस्क, मुस्कान कुमारी |

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने बुधवार (8 अक्टूबर 2025) को हुई बैठक में 25 उम्मीदवारों के नामों को मंजूरी दे दी है। ये उम्मीदवार उन सीटों पर उतारे जाएंगे, जो परंपरागत रूप से कांग्रेस के गढ़ माने जाते हैं। हालांकि, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अभी भी जारी है। बिहार में महागठबंधन के तहत कांग्रेस 243 विधानसभा सीटों में से लगभग 55 से 60 सीटों पर चुनाव लड़ने की उम्मीद कर रही है।

सीईसी बैठक में शीर्ष नेताओं की मौजूदगी

कांग्रेस की इस महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया। इसके अलावा, एआईसीसी महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल और पार्टी कोषाध्यक्ष अजय माकन सहित अन्य वरिष्ठ नेता नई दिल्ली में इंदिरा भवन, कांग्रेस के नए मुख्यालय में मौजूद थे। इस बैठक में बिहार के नेताओं की राय को ध्यान से सुना गया और उन सीटों पर चर्चा की गई, जो कांग्रेस के मजबूत आधार वाली हैं और जिन्हें महागठबंधन के सहयोगियों ने पहले ही मंजूरी दे दी है।

कांग्रेस के गढ़ पर जोर

बिहार कांग्रेस प्रमुख राजेश राम ने बताया कि सीईसी ने उन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं, जो परंपरागत रूप से पार्टी के प्रभाव क्षेत्र में रही हैं। उन्होंने कहा, “हमने बैठक में साफ किया कि जो सीटें कांग्रेस के गढ़ रही हैं, वे हमारे पास रहेंगी। इन सीटों के लिए उम्मीदवारों पर भी सहमति बन गई है।” हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि उम्मीदवारों के नामों की घोषणा सहयोगी दलों के साथ अंतिम चर्चा और राज्य नेतृत्व के परामर्श के बाद ही की जाएगी। 

महागठबंधन में एकजुटता की बात

कोई विवाद नहीं: राजेश राम ने जोर देकर कहा कि महागठबंधन के सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा, “हम सभी मिलकर उम्मीदवारों का चयन करेंगे और एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनकी घोषणा करेंगे।” बिहार विधानसभा में कांग्रेस नेता शकील अहमद ने भी इस बात की पुष्टि की कि सीईसी ने कांग्रेस के गढ़ वाली सीटों के लिए उम्मीदवारों को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा, “सहयोगी दलों के साथ एक दौर की बातचीत अभी बाकी है। इसके बाद सीटों का अंतिम बंटवारा तय होगा।” 

किशनगंज के सांसद और सीईसी सदस्य मोहम्मद जावेद ने भी पुष्टि की कि पार्टी ने 25 उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दे दिया है। 

एनडीए के खिलाफ चार्जशीट

कांग्रेस ने बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के खिलाफ भी अपनी रणनीति तेज कर दी है। गुरुवार (9 अक्टूबर 2025) को वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और जयराम रमेश पटना में एक चार्जशीट जारी करने वाले हैं। यह चार्जशीट एनडीए सरकार की कथित नाकामियों को उजागर करेगी और विपक्षी गठबंधन के लिए चुनावी माहौल तैयार करने में मदद करेगी।

 महागठबंधन की रणनीति

बिहार में महागठबंधन, जिसमें कांग्रेस, आरजेडी और अन्य सहयोगी दल शामिल हैं, पहले चरण के मतदान के लिए पूरी तरह तैयार है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर होगी। इस बीच, प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज के प्रभाव पर भी सभी की नजरें टिकी हैं, जो इस बार बिहार चुनाव में नया फैक्टर बनकर उभर रही है। 

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी अपनी रणनीति को और मजबूत करने के लिए सहयोगी दलों के साथ मिलकर काम कर रही है। सीट बंटवारे और उम्मीदवारों की घोषणा के बाद महागठबंधन की ओर से संयुक्त रूप से प्रचार अभियान शुरू होने की उम्मीद है।