
स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
बिहार चुनाव में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर चिराग पासवान और भाजपा में खींचतान जारी है. चिराग पासवान जमुई की चकाई और सिकंदरा सीट पर अड़े हैं. हालांकि, चिराग पासवान ने कहा कि बातचीत अंतिम दौर में है| बिहार चुनाव के लिए एनडीए ने अब तक पत्ते नहीं खोले हैं. सीटों के बंटवारे पर खींचतान चल रही है. चिराग पासवान अपनी मांग से टस से मस नहीं हो रहे हैं. उन्हें मनाने की कवायद लगातार जारी है. यही वजह है कि उनके घर पर नित्यानंद राय अब तक चार बार चक्कर लगा चुके हैं. इस बीच चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आखिर भाजपा संग सीटों को लेकर इतनी लंबी खींचतान क्यों चल रही है.
बीते दो दिनों में चिराग पासवान को कई बार भाजपा की ओर से मनाने की कोशिश हो चुकी है. नित्यानंद राय से लेकर धर्मेंद्र प्रधान तक कई दौर की बैठक कर चुके हैं. आज शुक्रवार को चिराग पासवान ने बातचीत को पॉजिटिव बताया और कहा कि यह अंतिम दौर में है.
उन्होंने कहा, ‘हम लोग हर चीज को पहले ही डिटेलिंग से डिस्कस कर लेना चाहते हैं ताकि बाद में गठबंधन के भीतर किसी भी चीज को लेकर या सीटों को लेकर कोई मसला न हो. कहां पर कौन और कैसे प्रचार करेगा, कैसे क्या होगा, हर चीज को पहले ही बहुत अच्छे और विस्तार से हम लोग चर्चा करना चाहते हैं.’
‘मोदी हैं तो सम्मान की चिंता नहीं’
चिराग पासवान ने कहा कि जहां मेरे प्रधानमंत्री हैं, वहां मुझे अपने सम्मान की चिंता करने की जरूरत नहीं. सीट शेयरिंग के फॉर्मूले की घोषणा भी जल्द होगी. नित्यानंद राय ने कहा कि चिराग पासवान ने स्पष्ट शब्दों में बिहार में एनडीए की सरकार बनाने की विस्तृत योजना बताई है और सब कुछ सकारात्मक रूप से चल रहा है.
‘कहां फंसा है पेच?’
चिराग पासवान पहले 30 से 35 सीटों की डिमांड कर चुके थे. बीजेपी की तरफ से 22 सीटों का ऑफर है, जिसे उन्होंने मंजूर नहीं किया. अब वह 26 सीटों पर मानने को तैयार दिख रहे हैं. चिराग 22 के अलावा चार क्वालिटी सीट चाहते हैं, खासकर जमुई की चकाई और सिकंदरा सीट. यही सीटों पर पेच बना हुआ है. भाजपा अब देखेगी कि उनकी डिमांड मानती है या नहीं.