लोकल डेस्क, एन के सिंह।
SP पुरन चंद भट्ट ने कहा कि सीमा की सुरक्षा केवल वर्दीधारियों की जिम्मेदारी नहीं है।
बीरगंज: भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने तथा आपराधिक गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए एक अनूठी पहल की गई है। बीरगंज स्थित 'इंडो-नेपाल मैत्री पुल' के पास सुरक्षा निकायों और सीमा क्षेत्र के असली 'जमीनी सिपाहियों' यानी ऑटो रिक्शा एवं तांगा चालकों के बीच एक महत्वपूर्ण संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सुरक्षा के 'कान और आंख' हैं चालक: एसपी पुरन चंद भट्ट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सशस्त्र प्रहरी बल नेपाल (13 नंबर गण बीरगंज) के एसपी पुरन चंद भट्ट ने कहा कि सीमा की सुरक्षा केवल वर्दीधारियों की जिम्मेदारी नहीं है। उन्होंने चालकों को संबोधित करते हुए कहा कि"आप लोग दिन भर सीमा क्षेत्र में आवाजाही करते हैं। आपकी पैनी नजर हर संदिग्ध गतिविधि पर होती है। यदि आप सतर्क रहकर सुरक्षा निकायों को समय पर जानकारी दें, तो हम मिलकर अपराध मुक्त सीमा का निर्माण कर सकते हैं।"
सहयोग से बढ़ेगा आपसी विश्वास
सामुदायिक पुलिस सेवा केंद्र आदर्शनगर के अध्यक्ष प्रकाश खेतान ने इस बात पर जोर दिया कि नागरिकों और पुलिस के बीच की दूरी कम करना ही इस संवाद का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि समुदाय की सक्रिय भागीदारी के बिना स्थायी शांति संभव नहीं है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जगाई जागरूकता
सामाजिक कार्यकर्ता पिया सिंह ने चालकों की भूमिका को सराहते हुए कहा कि चालक प्रशासन के मददगार बन सकते हैं। उन्होंने अपील की कि वे न केवल संदिग्धों की पहचान में मदद करें, बल्कि यातायात नियमों का पालन कर एक आदर्श नागरिक की भूमिका भी निभाएं।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां:
प्रतिभागी: 100 से अधिक ऑटो रिक्शा और तांगा चालकों ने हिस्सा लिया।
विशिष्ट अतिथि: बीरगंज भंसार के डीएसपी पुरुषोत्तम भंडारी।
प्रमुख उपस्थित: पत्रकार अभिलाष गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता पिया सिंह, प्रसिद्धि आनंद सिंह, प्रभात आनंद सिंह, संजय शर्मा, सुष्मिता यादव और सामुदायिक पुलिस सेवा केंद्र के पदाधिकारी।
खास बात: चालकों ने सीधे सुरक्षा अधिकारियों से संवाद किया और सीमा सुरक्षा को लेकर अपने सुझाव व प्रश्न रखे।यह कार्यक्रम सुरक्षा और सेवा के बीच एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। चालकों ने इस पहल को समयानुकूल बताते हुए प्रशासन को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया है।







