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विदेश डेस्क, नीतीश कुमार |
नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि पिछले वर्ष भारत और चीन के शीर्ष नेताओं के बीच हुई बातचीत के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती आयी है और इससे दोनों देशों को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिली है।
भारत यात्रा पर आए चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ मंगलवार को विशिष्ट प्रतिनिधि स्तर की 24वें दौर की बैठक से पहले अपने उद्घाटन वक्तव्य में श्री डोभाल ने श्री वांग और उनके शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि पिछले नौ महीनों में सीमाओं पर शांति और सौहार्द बना रहने से संबंध और सुदृढ़ हुए हैं।
उन्होंने कहा, “इन नौ महीनों में एक सकारात्मक प्रवृत्ति देखी गई है। सीमाएँ शांत रहीं, शांति और सौहार्द कायम रहा। हमारे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत हुए। हम अपने नेताओं के आभारी हैं, जिन्होंने गत अक्टूबर में कज़ान में नई दिशा स्थापित की और तब से हमें काफी लाभ हुआ है। बना हुआ नया माहौल हमें विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति करने में सहायक रहा है।”
डोभाल ने इस वार्ता को महत्वपूर्ण बताते हुए भरोसा जताया कि यह दौर भी पहले की तरह सफल रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शीघ्र ही एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए चीन की यात्रा करेंगे, ऐसे में यह वार्ता और भी अहम है।
उन्होंने भारत-चीन राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने का उल्लेख करते हुए कहा कि इस अवसर पर दोनों देशों के रिश्तों में और गहराई आयेगी। उल्लेखनीय है कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने सोमवार को विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता की थी।