Ad Image
PM मोदी ने त्रिनिदाद के पीएम कमला बिसेसर को भेंट की राममंदिर की प्रतिकृति || दिल्ली: आज से RSS के प्रांत प्रचारकों की बैठक, 6 जुलाई को होगी समाप्त || सहरसा: जिला मत्स्य पदाधिकारी को 40 हजार घूस लेते निगरानी ने किया गिरफ्तार || विकासशील देशों को साथ लिए बिना दुनिया की प्रगति नहीं होगी: PM मोदी || संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल कर चुनाव जीतना चाहती भाजपा: पशुपति पारस || मधुबनी: रहिका के अंचलाधिकारी और प्रधान सहायक घूस लेते गिरफ्तार || बिहार: BSF की सपना कुमारी ने विश्व पुलिस गेम्स में जीते 3 पदक || PM मोदी को मिला घाना का राष्ट्रीय सम्मान, राष्ट्रपति जॉन महामा ने किया सम्मानित || एक लाख करोड़ वाली आर डी आई योजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी || तेलंगाना : केमिकल फैक्ट्री में धमाका, 8 की मौत और 20 से अधिक घायल

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

भारत ने लॉन्च किया 'भारत फोरकास्ट सिस्टम' – मौसम पूर्वानुमान में नई क्रांति

श्रेया पांडेय
भारत सरकार ने 26 मई 2025 को 'भारत फोरकास्ट सिस्टम' (BFS) का शुभारंभ किया, जो देश का पहला उच्च-रिज़ॉल्यूशन मौसम पूर्वानुमान मॉडल है।

इस प्रणाली को भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत विकसित किया है। यह प्रणाली 6 किलोमीटर के ग्रिड पर कार्य करती है, जिससे मध्यम और अल्पकालिक मौसम पूर्वानुमान की सटीकता में 30% से 64% तक की वृद्धि हुई है।

BFS का उद्देश्य मानसून पैटर्न, चक्रवातों और अन्य चरम मौसम घटनाओं की भविष्यवाणी में सुधार करना है। यह प्रणाली आपदा प्रबंधन और कृषि योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। विश्व स्तर पर, यह प्रणाली सबसे सटीक पूर्वानुमान मॉडलों में से एक मानी जा रही है।

इस प्रणाली के माध्यम से, भारत अब मौसम पूर्वानुमान की सटीकता में अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ जैसे देशों के समकक्ष हो गया है। यह प्रणाली देश के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम की सटीक जानकारी प्रदान करेगी, जिससे किसानों, मछुआरों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को समय पर निर्णय लेने में सहायता मिलेगी।

BFS के शुभारंभ से भारत की मौसम विज्ञान क्षमता में एक महत्वपूर्ण उन्नति हुई है, जो देश को मौसम संबंधित आपदाओं से निपटने में अधिक सक्षम बनाएगी।