
स्टेट डेस्क -ऋषि राज |
मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में एक बार फिर तनाव का माहौल बन गया है। रविवार देर रात कुछ अज्ञात लोगों की भीड़ ने कुकी नेता कैल्विन ऐखेंथांग के घर में आग लगा दी। यह घटना स्थानीय लोगों और प्रशासन के बीच बेचैनी पैदा कर रही है। कैल्विन ऐखेंथांग कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (KNO) के प्रमुख नेता हैं और केंद्र सरकार के साथ हुए सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस समझौते का हिस्सा भी हैं। ऐसे में उनके घर पर हमला न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा का मामला है, बल्कि मणिपुर में चल रहे राजनीतिक और जातीय तनाव को और बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना देर रात करीब 11 बजे की है। भीड़ ने पहले घर के बाहर जमा होकर नारेबाजी की और फिर घर में आग लगा दी। आग से घर का अधिकांश हिस्सा जलकर राख हो गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और अज्ञात आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
कैल्विन ऐखेंथांग लंबे समय से कुकी समुदाय के अधिकारों और सुरक्षा को लेकर आवाज उठाते रहे हैं। उनका संगठन केंद्र सरकार के साथ चल रही शांति वार्ता में शामिल है और कई बार संघर्षों को रोकने में भी भूमिका निभाई है। ऐसे में उनके घर पर हमला शांति प्रक्रिया को बाधित कर सकता है। प्रशासन ने घटना की निंदा करते हुए इसे गंभीर मामला बताया है। अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है।
मणिपुर में हाल ही में हिंसा और जातीय संघर्षों में वृद्धि देखी गई है। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है, जो समय-समय पर हिंसक रूप ले लेता है। पिछले कुछ महीनों में कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें घरों में आग लगाना, लूटपाट और मुठभेड़ शामिल हैं। प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अब भी स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है।
इस घटना ने एक बार फिर मणिपुर में असुरक्षा और अविश्वास की भावना को बढ़ावा दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे हमले शांति प्रक्रिया को कमजोर कर सकते हैं। वहीं, स्थानीय लोगों में भय का माहौल है और कई परिवार अस्थायी रूप से अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं।
प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही, सुरक्षा बलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि आगे किसी प्रकार की हिंसा या अशांति न फैले। मामले की जांच जारी है और पुलिस जल्द ही दोषियों को पकड़ने का भरोसा दिला रही है।