Ad Image
PM मोदी ने त्रिनिदाद के पीएम कमला बिसेसर को भेंट की राममंदिर की प्रतिकृति || दिल्ली: आज से RSS के प्रांत प्रचारकों की बैठक, 6 जुलाई को होगी समाप्त || सहरसा: जिला मत्स्य पदाधिकारी को 40 हजार घूस लेते निगरानी ने किया गिरफ्तार || विकासशील देशों को साथ लिए बिना दुनिया की प्रगति नहीं होगी: PM मोदी || संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल कर चुनाव जीतना चाहती भाजपा: पशुपति पारस || मधुबनी: रहिका के अंचलाधिकारी और प्रधान सहायक घूस लेते गिरफ्तार || बिहार: BSF की सपना कुमारी ने विश्व पुलिस गेम्स में जीते 3 पदक || PM मोदी को मिला घाना का राष्ट्रीय सम्मान, राष्ट्रपति जॉन महामा ने किया सम्मानित || एक लाख करोड़ वाली आर डी आई योजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी || तेलंगाना : केमिकल फैक्ट्री में धमाका, 8 की मौत और 20 से अधिक घायल

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

माहवारी स्वच्छता दिवस पर किशोरियों को मिला 'स्वच्छता किट'

मोतिहारी |

विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर पूर्वी चंपारण जिले में किशोरियों के लिए एक सराहनीय पहल की गई। जिलाधिकारी के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा समाहरणालय परिसर स्थित राजेंद्र सभागार में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 250 किशोरियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन किट वितरित किए गए।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों को माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना था, ताकि वे स्वस्थ और आत्मविश्वासी जीवन की ओर बढ़ सकें।

कार्यक्रम का उद्घाटन सदर अस्पताल की महिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. वंदना ने किया। उन्होंने माहवारी को एक सामान्य जैविक प्रक्रिया बताते हुए कहा, "यह कोई शर्म की बात नहीं है। हमें हमारी बेटियों को गरिमा और आत्मविश्वास के साथ माहवारी के दिनों को जीने का अधिकार देना चाहिए। इसके लिए उन्हें सही जानकारी और संसाधन देना बेहद जरूरी है।"

प्रसूति रोग विशेषज्ञ ने माहवारी के दौरान होने वाली शारीरिक समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की और किशोरियों को संतुलित आहार, विशेष रूप से आयरन और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी।

यूनिसेफ और पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखते हुए किशोरियों को स्वच्छ सैनिटरी पैड के नियमित उपयोग की सलाह दी और स्वच्छता प्रबंधन की महत्ता को रेखांकित किया।

इस अवसर पर किशोरियों ने भी खुलकर अपने अनुभव साझा किए और इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों को नियमित करने की मांग की। कार्यक्रम ने न केवल जानकारी दी, बल्कि किशोरियों को स्वच्छता के प्रति सजग और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा भी दी।