
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
बिहार में पहली बार त्रिणेत्र गणेश परिवार का भव्य आगमन
शहर के सीकरीया बी.एड. कॉलेज के सभागार में एक ऐतिहासिक 'त्रिनेत्र गणेश दरबार' भजन कीर्तन संध्या का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर भगवान त्रिनेत्र गणेश अपने पुत्रों शुभ-लाभ और पत्नियों ऋद्धि-सिद्धि सहित उपस्थित थे। यह कार्यक्रम बिहार में पहली बार आयोजित किया गया, जिससे हजारों श्रद्धालु गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
यह विदित हो कि राजस्थान के सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर किले की चोटी पर स्थित विश्व के एकमात्र त्रिणेत्र गणेश मंदिर से यह यात्रा काठमांडू (नेपाल) गई थी और वापसी में मोतिहारी पहुंची। रणथंभौर में त्रिणेत्र गणेश जी अपने पूरे परिवार के साथ पहाड़ से प्रकट हुए थे, जहाँ आज भी उनके चरण पहाड़ में आधे दबे हुए हैं, जो इस मंदिर को विश्व में अद्वितीय बनाता है।
इस भव्य भजन संध्या में नेपाल से आए श्रद्धालुओं सहित हजारों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया। चार बसों से आए इन श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। कार्यक्रम के अंतर्गत अलौकिक श्रृंगार, मोदक भोग प्रसाद और चंवर सेवा का दर्शनार्थियों ने भरपूर लाभ उठाया।
पूजन और आयोजन समिति
त्रिनेत्र गणेश परिवार की पूजा-अर्चना का कार्य संस्थान के सचिव श्री यमुना कुमार सीकरीया दंपति द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम का संयुक्त तत्वावधान रानी सती मंदिर प्रबंध समिति मोतिहारी ने किया, जिसमें रानी सती भक्त महिला मंडल एवं मारवाड़ी महिला समिति का विशेष सहयोग रहा।
भजन कार्यक्रम में महिला एवं पुरुष गायकों ने समां बांध दिया, जिससे पूरा सभागार भक्तिमय हो उठा। कार्यक्रम के समापन के बाद सभी उपस्थित लोगों ने महाप्रसाद का आनंद प्राप्त किया। इस विशेष मौके पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें डॉ. शंभूनाथ सीकरीया, उपमेयर डॉ. लालबाबू प्रसाद, वरिष्ठ पत्रकार प्रो. चंद्रभूषण पाण्डेय, सूरत से आए शंभूनाथ हिम्मतसिंहका, विनोद जालान, मधुसूदन जालान, पवन केजरीवाल, राजेश बुबना, अनिरुद्ध लोहिया सहित सभी दादी मंडल के महिला एवं पुरुष सदस्य शामिल थे। मोतिहारी में यह सफल कार्यक्रम संपन्न होने के बाद, यात्रा पटना के लिए प्रस्थान कर गई है।