
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
12 फीट नीचे दफन थी लाश, गुप्त सूचना पर पुलिस की कार्रवाई
मोतिहारी के पिपराकोठी थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ महज दो माह पहले ब्याही गई एक नवविवाहिता का शव 12 फीट जमीन के नीचे से खोदकर निकाला गया है। पिपराकोठी पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में खोजी करवाई करते हुए गुप्त सूचना के आधार पर शव को खोज निकाला। घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
मृतका की पहचान पताही थाना क्षेत्र के बखरी पंचायत निवासी शंकर राउत की 20 वर्षीय पुत्री कविता कुमारी के रूप में हुई है।
पिपराकोठी थानाध्यक्ष धनंजय कुमार को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए यह लाश बरामद की गई। पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण (पोस्टमार्टम) के लिए मोतिहारी भेज दिया है और मामले की गहन छानबीन में जुट गई है।
पिता का आरोप और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
कविता के पिता शंकर राउत ने बताया कि उनकी बेटी की शादी 26 अप्रैल 2025 को पिपरा डीह निवासी नरेश सिंह के पुत्र कुंदन कुमार से हुई थी। गत 20 जून 2025 को लड़के के पिता नरेश सिंह ने उन्हें फोन पर सूचना दी कि उनकी बेटी घर से भाग गई है। इस पर शंकर राउत ने पिपराकोठी थाने में आवेदन देकर अपनी पुत्री की हत्या की आशंका जताई। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी ऐसी नहीं थी जो घर से भाग जाए।
थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की और पुलिस का जाल बिछाया। उनकी शुरुआती जांच में ही संदेह गहराया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि नरेश सिंह और उनके परिवार के लोगों ने पिपराकोठी डीह स्थित कृषि फार्म के खेत में जेसीबी से लगभग 12 फीट गहरा गड्ढा खुदवाकर कविता के शव को दफना दिया था। इसके बाद उन्होंने लड़की के पिता को गुमराह करने के लिए उसके भाग जाने की झूठी सूचना दी थी। जबकि वास्तविकता यह है कि घर वालों ने 20 जून को ही नवविवाहिता के शव को ठिकाने लगा दिया था। शव को ठिकाने लगाने के बाद ऊपर से खेत में हल भी जोत दिया गया था, ताकि किसी को इसकी भनक न लगे।
मृत्यु का कारण अस्पष्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
चूंकि शव सड़ने की अवस्था में था, प्रथम दृष्टया उसकी मौत का स्पष्ट कारण पता नहीं चल पाया है। मृत्यु का सही कारण अंत्यपरीक्षण (पोस्टमार्टम) रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से छानबीन कर रही है और दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। यह घटना ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करती है।