
लोकल डेस्क, एन.के. सिंह |
मोतिहारी: राजन हत्याकांड के मुख्य आरोपी का सरेंडर, 25 हजार के इनामी राजा सिंह ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण, पुलिस ने लगातार छापेमारी और दबाव बनाकर एक आरोपी यश कुमार को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
महावीरी झंडा के दौरान बनियापट्टी में हुए बहुचर्चित राजन हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले का मुख्य अभियुक्त और 25 हजार रुपये का इनामी राजा सिंह, जिसने पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है। बनियापट्टी निवासी राजन कुमार अपने चचेरे भाई राहुल राज और मित्र सोनू राज के साथ अखाड़ा शोभा यात्रा में शामिल थे। रात करीब 10:30 बजे जब शोभा यात्रा ज्ञानबाबू चौक के पास पहुंची, तभी पहले से घात लगाकर बैठे कुछ युवकों ने राजन पर चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में राजन की मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया कि यह वारदात मामूली पैसों के लेनदेन के विवाद से जुड़ी थी।
मृतक राजन के पिता अरुण कुमार ने नगर थाना में नौ युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोपितों में हेनरी बाजार तेलियापट्टी के राजा सिंह, विश्वास जायसवाल, अमन कुमार साहु, अनमोल साहु, सागर कुमार, यश कुमार, गांधी नगर रमना के रवि कुमार, छतौनी बरियारपुर के चंदन कुमार और हेनरी बाजार के विशाल जायसवाल शामिल थे। परिजनों ने आरोप लगाया कि इन सभी ने मिलकर राजन की हत्या चाकू और लाठी-डंडों से की थी। बीच-बचाव करने आए राहुल और सोनू को भी आरोपियों ने बुरी तरह पीटा।
पुलिस अधीक्षक के सख्त निर्देश पर सदर डीएसपी दिलीप कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया था। टीम ने इस मामले में नामजद सभी 9 आरोपियों के खिलाफ न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट जारी करवाया था। पुलिस की लगातार छापेमारी के दौरान, नामजद आरोपी यश कुमार को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जो तेलिया पट्टी, धर्म समाज रोड का रहने वाला था।
पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज करते हुए अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी लगातार प्रयास किए। पुलिस की सक्रियता और संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश से मुख्य आरोपी राजा सिंह पर गिरफ्तारी का खतरा बढ़ गया था। इसी दबाव के कारण, राजा सिंह ने शुक्रवार, 8 अगस्त, 2025 को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। राजा सिंह, जो स्वर्गीय दीपक कुमार का पुत्र है, सोनारपट्टी, हिनरी बाजार, नगर थाना क्षेत्र का निवासी है। पुलिस के लगातार दबिश और संपत्ति की कुर्की की इश्तेहार से आरोपी ने आत्मसमर्पण कर दिया। अब तक दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, और बाकी की तलाश जारी है। आगे की कानूनी प्रक्रिया अब न्यायालय द्वारा पूरी की जाएगी।