
स्टेट डेस्क, एन.के. सिंह |
मोतिहारी: साईबर ठगी गिरोह का खुलासा, पाकिस्तान कनेक्शन के साथ 4 गिरफ्तार, 62 एटीएम कार्ड बरामद, गिरोह फेसबुक पर फर्जी आईडी, बिजली बिल अपडेट, और 'डिजिटल अरेस्ट' जैसे तरीकों से करता था ठगी।
पुलिस अधीक्षक मोतिहारी स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर साईबर थाना मोतिहारी द्वारा साईबर ठगों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। इसी क्रम में, 23 अगस्त 2025 को साईबर थाना को एक शिकायत मिली। आवेदिका स्तुति कुमारी ने बताया कि उनके विदेश में रह रहे एक रिश्तेदार के फंसने और एजेंट के माध्यम से निकलवाने का झांसा देकर, नहीं तो जान से मार देने की धमकी देकर, उनसे 1,20,000 रुपये की मांग की गई थी। इस पर उन्होंने पेफोन के माध्यम से दिए गए यूपीआई पर 30,000 रुपये भेज दिए। बाद में उन्हें पता चला कि गलत सूचना देकर उन्हें साईबर ठगी का शिकार बनाया गया है, जिसके बाद उन्होंने साईबर थाना में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई।
त्वरित कार्रवाई और गिरफ्तारी
शिकायत मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक-सह-थानाध्यक्ष, मोतिहारी के नेतृत्व में साईबर टीम ने त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने तकनीकी अनुसंधान करते हुए उक्त मोबाइल नंबरों के आधार पर बेतिया से कुल चार साईबर अपराधियों को हिरासत में लिया। उनसे गहनता और वैज्ञानिक तरीकों से पूछताछ की गई। उनके पास से बरामद मोबाइल, एटीएम, बैंक पासबुक आदि के डिजिटल विश्लेषण से पता चला कि यह एक बड़ा साईबर गिरोह है। यह गिरोह भोले-भाले लोगों को पैसे का लालच देकर उनके सिम कार्ड, एटीएम और बैंक खाते खरीदता है, जिनका उपयोग साईबर ठगी के पैसे मंगाने में किया जाता है। गिरोह के सदस्यों को उनके काम के अनुसार कमीशन मिलता है। इन लोगों के अकाउंट और मोबाइल नंबरों पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कई अन्य राज्यों से भी शिकायतें पाई गईं। इन साक्ष्यों के आधार पर चारों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
अपराध का तरीका और अंतरराष्ट्रीय संबंध
गिरफ्तार साईबर अपराधियों ने अपने अपराध स्वीकारोक्ति बयान में स्वीकार किया कि वे फेसबुक पर फेक आईडी बनाकर, बिजली बिल अपडेट करने के नाम पर, लोन दिलाने का झांसा देकर और पुलिस बनकर 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर लोगों से ठगी करते थे। इन ठगी के पैसों को इन्हीं के अकाउंट में मंगाया जाता था। इन लोगों का साईबर कनेक्शन बिहार के अलावा महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और यहां तक कि पाकिस्तान से भी जुड़ा हुआ है। इनमें से तीन अपराधियों के मोबाइल में दूसरे नंबरों का व्हाट्सएप लॉगइन कर पाकिस्तानी नंबरों से भी व्हाट्सएप पर चैटिंग और कनेक्शन मिला है।
कानूनी कार्रवाई और बरामदगी
इस संदर्भ में, मोतिहारी साईबर थाना काण्ड सं0-139/25, दिनांक 25.08.2025, धारा 319 (2)/318 (4)/338, BNS & 319 (2)/318(4)/338/336(3)/316(2)/308(5)/61(2 66(C)/66(D) IT Act. के तहत कुल 8 साईबर अपराधियों और अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। गिरफ्तार किए गए चार साईबर अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान पश्चिमी चंपारण, बैरिया तधवानंदपुर के निवासी, अखिलेश कुमार (उम्र 26 वर्ष), पिता पारस बैठा, बैरिया, पश्चिमी चंपारण, मनीष कुमार (उम्र 29 वर्ष), पिता दिनेश पटेल, रोहित कुमार उर्फ शिव (उम्र 26 वर्ष), पिता नथुनी प्रसाद, आनंद कुमार (उम्र 20 वर्ष), पिता लालबाबु प्रसाद के रूप में की गई है। गिरोह के सदस्यों से लैपटॉप- 02, मोबाइल- 12, सिम- 26, एटीएम कार्ड- 62, बैंक पासबुक- 06, आधार कार्ड- 02, पैन कार्ड- 02, सिम रैपर- 09 और ई-श्रम कार्ड- 01। साथ ही, विभिन्न बैंकों के डिजिटल विवरण बरामद किए गए हैं।
यह कार्रवाई पुलिस उपाधीक्षक अभिनव परासर के नेतृत्व वाली टीम ने की, जिसमें पु०नि० मनीष कुमार, पु०अ०नि० सौरभ कु० आजाद, पु०अ०नि० शिवम कु० सिंह, पु०अ०नि० प्रियंका, सिपाही-1164 आनंद कुमार भारती, सिपाही-1449 राकेश कुमार, सि०/1054 नीरज कुमार, सिपाही-09 पियूष कुमार और चालक सिपाही-82 अजीत कुमार शामिल थे।