
लोकल डेस्क, एन के सिंह व नीतीश कुमार |
सुबह बैंक पहुंचने से पहले ही अपराधियों ने घात लगाकर मारी गोली, पासबुक और लैपटॉप भी लूट ले गए, एसआईटी गठित कर पुलिस कर रही ताबड़तोड़ छापेमारी।
पूर्वी चंपारण : बैंकिंग सेवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने वाले ग्राहक सेवा केंद्र (CSP) संचालकों पर अपराधियों की नजर अब और भी गहराती जा रही है। मंगलवार की सुबह पीपरा थाना क्षेत्र में जो कुछ हुआ, उसने इस डर को और पुख्ता कर दिया। बैंक से महज कुछ दूरी पर कार में सवार एक सीएसपी संचालक को गोली मारकर अपराधियों ने 5 लाख रुपये, पासबुक, हस्ताक्षरित चेक और लैपटॉप लूट लिया। दिनदहाड़े हुई यह वारदात न सिर्फ क्षेत्र में दहशत फैला गई है, बल्कि पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है।
घात लगाकर हमला, सीएसपी संचालक गंभीर रूप से घायल
बरकुरवा गांव निवासी अनिरुद्ध कुमार सिंह रोज की तरह आज भी बैंक से राशि लेकर अपने CSP केंद्र की ओर जा रहे थे। सुबह करीब 9:30 बजे उनकी कार जैसे ही जमुनिया बलही देवी के पास पहुंची, पहले से घात लगाए अपराधियों ने हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अपराधियों ने बिना कुछ कहे सीधे गोली चला दी जिससे अनिरुद्ध गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद अपराधियों ने उनसे रुपयों से भरा बैग, पासबुक, चेकबुक और लैपटॉप लूट लिया और पीपराकोठी की ओर फरार हो गए।
पुलिस की सक्रियता, डीएसपी ने उठाए सवाल
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। चकिया डीएसपी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की गंभीरता को देखते हुए कई बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि बिना बैंकिंग सिस्टम खुले सुबह 9:30 बजे इतनी बड़ी रकम की निकासी कैसे संभव हुई। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने तत्काल एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया है, जो पूरे घटनाक्रम की तह में जाकर अपराधियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रहा है।
इलाके में सघन छानबीन और नाकेबंदी
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास से कुछ अहम सुराग जुटाए हैं और स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। जिले के सभी प्रमुख प्रवेश और निकास मार्गों पर चौकसी बढ़ा दी गई है ताकि अपराधी क्षेत्र छोड़कर भाग न सकें। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से अपराधियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
घायल अनिरुद्ध की हालत स्थिर, लेकिन मनोबल टूटा
गंभीर रूप से घायल अनिरुद्ध कुमार सिंह को आनन-फानन में रहमानिया अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बाद फिलहाल खतरे से बाहर बताया है। हालांकि गोली लगने और लूट की घटना ने उन्हें मानसिक रूप से काफी झकझोर दिया है। उनके परिजन और साथी इस घटना से सदमे में हैं।
सुरक्षा पर उठते सवाल, प्रशासन पर दबाव
इस दुस्साहसिक वारदात ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवा दे रहे सीएसपी संचालक कितने सुरक्षित हैं? स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं पर तुरंत रोक लगाने के लिए गश्ती बढ़ाई जाए, सीसीटीवी नेटवर्क को मजबूत किया जाए और CSP केंद्रों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को भी अपराधियों के बारे में कोई जानकारी हो तो वे गुप्त रूप से पुलिस को सूचित करें। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा करने का दावा भी पुलिस कर रही है। यह घटना न केवल एक सीएसपी संचालक पर हमला है, बल्कि पूरे बैंकिंग नेटवर्क की सुरक्षा पर गंभीर चिंता भी है। अब देखना है कि पुलिस कितनी जल्दी अपराधियों तक पहुंच पाती है और क्या ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकी जा सकेगी।