
स्टेट डेस्क, श्रेयांश पराशर |
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सरला बिरला विश्वविद्यालय, रांची में आयोजित "स्वर्णिम भारत एक्सपो–2025" का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह आयोजन केवल एक प्रदर्शनी नहीं बल्कि ज्ञान, नवाचार और कौशल विकास का जीवंत संगम है। इस मेगा एक्सपो का उद्देश्य युवाओं, शोधकर्ताओं, उद्यमियों और नीति-निर्माताओं को एक साझा मंच पर जोड़ना है ताकि भारत की वैज्ञानिक एवं शोध क्षमता को नई दिशा मिल सके।
राज्यपाल ने कहा कि एक्सपो में कृषि, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है। इन क्षेत्रों में नए प्रयोग और नवाचार देश की विकास यात्रा को गति देंगे। खासकर, शोध और तकनीकी क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी भारत को आत्मनिर्भर और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभा रही है।
“स्वर्णिम भारत एक्सपो–2025” को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के आयोजन देश की वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देते हैं और उद्योग-जगत के साथ अकादमिक सहयोग की संभावनाओं को मजबूत करते हैं। कृषि और ऊर्जा क्षेत्र में नई तकनीकों के प्रयोग से उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
भारत आज स्टार्टअप और शोध आधारित नवाचारों के माध्यम से विश्व मंच पर अपनी पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री के "आत्मनिर्भर भारत" अभियान को साकार करने में ऐसे प्रयास महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। एक्सपो से यह संदेश भी गया कि भविष्य का भारत केवल उपभोक्ता नहीं बल्कि तकनीक और नवाचार का अग्रणी निर्माता होगा।
कुल मिलाकर, "स्वर्णिम भारत एक्सपो–2025" केवल प्रदर्शनी भर नहीं बल्कि एक दूरदर्शी पहल है, जो भारत को विज्ञान, तकनीक और शोध के क्षेत्र में स्वर्णिम युग की ओर ले जाने का संकेत दे रही है।