
विदेश डेस्क, श्रेयांश पराशर |
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है, जिसमें वज़ीरिस्तान हमले के लिए भारत को दोषी ठहराने की कोशिश की गई थी। भारत ने इसे झूठा और बेबुनियाद बताते हुए पूरी तरह खारिज कर दिया है। मंत्रालय ने पाकिस्तान पर ध्यान भटकाने के लिए मनगढ़ंत कहानियां फैलाने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान में वज़ीरिस्तान के आत्मघाती हमले के बाद एक बार फिर पाकिस्तान सेना ने भारत पर आरोप लगाने की कोशिश की, जिसे भारत के विदेश मंत्रालय ने सख्ती से खारिज कर दिया। 28 जून को हुए आत्मघाती हमले में कई पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों की जान गई, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से भारत पर झूठे आरोप लगाए गए।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने रविवार को बयान जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तान बिना सबूत के भारत पर आरोप लगाकर केवल ध्यान भटकाना चाहता है। मंत्रालय ने पाकिस्तान सेना के बयान को "पूरी तरह से अपमानजनक" बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया।
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, वज़ीरिस्तान के उत्तर जिले में 'फितना-अल-खवारिज' संगठन द्वारा आत्मघाती बम विस्फोट में 13 सुरक्षाकर्मी मारे गए। हमले की ज़िम्मेदारी अब तक किसी संगठन ने नहीं ली है। बताया गया कि यह हमला हाल ही में हुए एक गुप्त ऑपरेशन के बाद हुआ था, जिसमें दो पाकिस्तानी सैनिकों और 11 आतंकियों की मौत हुई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि पाकिस्तान में 2025 में आतंकवाद से संबंधित मौतों में 45% की वृद्धि हुई है। पाकिस्तान ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स में अफगानिस्तान के बाद दूसरे स्थान पर है। मई में ही 85 आतंकी हमले दर्ज किए गए।
भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर बेनकाब करने के लिए 'ऑपरेशन सिंधूर' के तहत कड़े कदम उठाए हैं।