
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
वाराणसी में पार्किंग विवाद पर शिक्षक की हत्या: सिर पर गंभीर चोट से मौत, गार्ड ने बचाने की कोशिश की लेकिन नाकाम; 3 आरोपी हिरासत में
वाराणसी के एक अपार्टमेंट में मामूली कार पार्किंग विवाद ने जान ले ली। सनबीम स्कूल के शिक्षक को आरोपियों ने फोन पर बुलाया, जबकि वह कार हटाने को तैयार थे। इसके बावजूद उनसे झगड़ा शुरू किया गया। पहले लात-घूंसों से हमला किया गया और फिर ईंट से सिर पर वार कर दिया गया।
गार्ड ने रोकने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उसे धक्का देकर हटा दिया। शिक्षक बेहोश होकर गिर पड़े तो हमलावर वहां से भाग गए। इसके बाद गार्ड ने घटना की सूचना उनकी पत्नी को दी। परिवारजन उन्हें बीएचयू अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही भेलूपुर एसीपी गौरव कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। आरोपियों की तलाश में छापेमारी हुई और तड़के 3 बजे तीनों को पकड़ लिया गया। गाड़ी से शराब की बोतलें और सिगरेट के पैकेट बरामद हुए।
परिवार में मातम;
गुरुवार रात 10:30 बजे यह घटना कबीरनगर स्थित मातृछाया अपार्टमेंट में हुई। शुक्रवार सुबह शिक्षक के घर शोक का माहौल था। पत्नी बिलख रही थीं और दोनों बेटे भी घर पहुँच चुके थे। मां उन्हें देखते ही जोर-जोर से रोने लगीं।
पूरा घटनाक्रम पढ़िया...
48 वर्षीय डॉ. प्रवीन झा, सनबीम स्कूल (भगवानपुर) में पढ़ाते थे। गार्ड रामलखन ने बताया कि रात में प्रवीन झा वैगनआर कार से आए और पार्किंग में कार लगाकर फ्लैट चले गए। कुछ देर बाद आदर्श सिंह वहां पहुंचे और हॉर्न बजाने लगे। उन्होंने शिक्षक की कार पर हाथ मारा और फिर दो अन्य लोगों को बुलाया। इसके बाद फोन कर प्रवीन झा को नीचे बुलाया और कार हटाने को कहा।
नीचे आते ही आरोपियों ने उनसे बहस की और मारपीट शुरू कर दी। बाद में ईंट और रॉड से हमला कर दिया। प्रवीन झा वहीं गिरकर बेहोश हो गए। गार्ड ने रोकने की कोशिश की लेकिन उसे भी धक्का दिया गया। इसके बाद आरोपी भाग निकले।
परिवारजन उन्हें पहले लाइफ अस्पताल ले गए, वहां से डॉक्टरों ने बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया। वहां चिकित्सकों ने सिर पर गंभीर चोट की वजह से मौत की पुष्टि की।
आरोपी का कबूलनामा;
एसीपी ने बताया कि कार पार्किंग विवाद के चलते हत्या हुई। तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। पूछताछ में आदर्श ने कहा “मैं नशे में था, मुझे कुछ समझ नहीं आया। मौत की खबर सुनते ही मैं रो पड़ा। मुझसे गलती हुई, मैं माफी चाहता हूं।”
आरोपी की पृष्ठभूमि;
आदर्श पिछले छह महीने से अकेले आदर्श अपार्टमेंट के रूम नंबर 202 में रह रहा था। उसके पिता डी.आर. सिंह बिहार कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। 15 साल पहले उन्होंने यह फ्लैट खरीदा था। अपार्टमेंट के लोग कहते हैं कि आदर्श अक्सर अलग-अलग गाड़ियों से आता और विवाद करता था।
पार्किंग की कमी:
मातृछाया अपार्टमेंट में 20 फ्लैट हैं, लेकिन पार्किंग सिर्फ 16 गाड़ियों की है। प्रवीन झा ने तीसरी मंज़िल पर दो फ्लैट खरीदे थे। एक में उनके ससुराल वाले रहते थे और दूसरे में वे पत्नी के साथ। बड़ा बेटा आदित्य झा बेंगलुरु में नौकरी करता है और छोटा बेटा उदित झा देहरादून से एमबीए कर रहा है।
'सख्त सजा मिलनी चाहिए' प्रवीन झा की मौत की खबर पाकर सनबीम स्कूल भगवानपुर में शोकसभा आयोजित की गई और छुट्टी कर दी गई। चेयरमैन दीपक माधोक ने कहा “वे बेहद योग्य शिक्षक थे। हमेशा छात्रों की समस्याओं को हल करने में जुटे रहते थे और स्कूल के कोऑर्डिनेटर भी थे। पूरा सनबीम परिवार दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ है। हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”