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अंबुबाची मेला के श्रद्धालुओं को रेलवे की सौगात: चलेगी 2 जोड़ी अनारक्षित ट्रेनें

नेशनल डेस्क, वेरोनिका राय |

अंबुबाची मेला के श्रद्धालुओं के लिए रेलवे की विशेष सौगात, चलेगी दो जोड़ी अनारक्षित ट्रेनें, स्टेशन पर 24 घंटे टिकट काउंटर और विशेष व्यवस्था

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (Northeast Frontier Railway) ने असम के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर में आयोजित होने वाले अंबुबाची मेले में शामिल होने वाले हजारों श्रद्धालुओं के लिए बड़ी सौगात दी है। यात्रियों की भीड़ और सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है। इस वर्ष मेला 22 जून से शुरू होकर 26 जून तक चलेगा। इस दौरान रेलवे द्वारा दो जोड़ी विशेष अनारक्षित (Unreserved) ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। इसके साथ ही गुवाहाटी और कामाख्या रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा, खानपान, हेल्प डेस्क और टिकटिंग के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।

रेलवे ने अंबुबाची मेला के दौरान गुवाहाटी से अलीपुरद्वार जंक्शन और न्यू जलपाईगुड़ी के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन शुरू किया है:

1. गुवाहाटी-अलीपुरद्वार जंक्शन स्पेशल (Train No. 05672/05671)

   * ट्रेन संख्या 05672 गुवाहाटी से 22 जून से 26 जून तक प्रतिदिन सुबह 07:25 बजे रवाना होगी और अगले दिन तड़के 04:00 बजे अलीपुरद्वार जंक्शन पहुंचेगी।
   * वापसी में ट्रेन संख्या 05671, 23 जून से 27 जून तक प्रतिदिन अलीपुरद्वार जंक्शन से सुबह 08:00 बजे चलकर उसी दिन शाम 04:20 बजे गुवाहाटी पहुंचेगी।

2. गुवाहाटी-न्यू जलपाईगुड़ी स्पेशल (Train No. 05698/05697)

    ट्रेन संख्या 05698 गुवाहाटी से 26 जून (गुरुवार) की रात 11:55 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 08:15 बजे न्यू जलपाईगुड़ी पहुंचेगी।
 ट्रेन संख्या 05697 न्यू जलपाईगुड़ी से 27 जून (शुक्रवार) को सुबह 11:15 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन शाम 05:30 बजे गुवाहाटी पहुंचेगी।

इन ट्रेनों में सभी कोच अनारक्षित होंगे, ताकि सामान्य यात्रियों और श्रद्धालुओं को आसानी से यात्रा करने का मौका मिल सके।

रेलवे की व्यापक तैयारी: सुरक्षा, सुविधा और सेवा

रेलवे ने तीर्थयात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए निम्नलिखित व्यवस्थाएं की हैं:

* विशेष टिकट काउंटर: कामाख्या और गुवाहाटी स्टेशनों पर 24 घंटे चलने वाले अतिरिक्त टिकट काउंटर स्थापित किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को टिकट लेने में असुविधा न हो।

* हेल्प डेस्क और गाइड: स्टेशनों पर हेल्प डेस्क, वालंटियर और दिशानिर्देशक संकेतक लगाए गए हैं, जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देश मिल सके।

* खाद्य और पेयजल सुविधा: स्टेशनों पर पेयजल, लाइट स्नैक्स, और मेडिकल सुविधा की भी व्यवस्था की गई है। फूड स्टॉल्स के साथ साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

* अतिरिक्त सुरक्षा बल: रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) और Government Railway Police (GRP) के जवानों को भी तैनात किया गया है ताकि कोई अव्यवस्था न हो और महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।


 अंबुबाची मेला और कामाख्या मंदिर का महत्व

अंबुबाची मेला कामाख्या मंदिर का सबसे बड़ा पर्व है, जो शक्ति की आराधना से जुड़ा हुआ है। यह मेला हर साल जून में आयोजित होता है और इसे ‘पूर्व का कुंभ’ भी कहा जाता है। लाखों श्रद्धालु भारत के अलग-अलग हिस्सों से यहां पहुंचते हैं। इस दौरान मंदिर के द्वार तीन दिनों तक बंद रहते हैं और चौथे दिन विशेष पूजा के साथ दर्शन होते हैं।

रेलवे की इस पहल से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी बल्कि उत्तर-पूर्व भारत में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे का यह कदम दर्शाता है कि रेलवे केवल यात्रा का माध्यम नहीं बल्कि सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। यात्रियों की सुविधा और श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करते हुए रेलवे ने एक बार फिर अपने सेवा भाव को सिद्ध किया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे निर्धारित गाइडलाइंस का पालन करें और अपने सामान तथा बच्चों का विशेष ध्यान रखें।