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अमेरिका ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी और मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया

विदेश डेस्क, ऋषि राज |

अमेरिका ने पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आज़ादी के लिए लड़ रहे सशस्त्र समूह बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और इसके आत्मघाती दस्ते मजीद ब्रिगेड को आधिकारिक रूप से "विदेशी आतंकवादी संगठन" (Foreign Terrorist Organization) घोषित कर दिया है। यह कदम ट्रंप प्रशासन की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की प्रतिबद्धता का हिस्सा माना जा रहा है।

BLA की पृष्ठभूमि — अंतरराष्ट्रीय पहचान और गिरोह की बनावट

स्थापना और उद्देश्य: BLA 2000 में स्थापित एक बलूच जातीय-राष्ट्रवादवादी संगठन है,जो बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग राज्य बनाना चाहता है। इस समूह ने पाकिस्तान, चीन, यूके, ईयू सहित कई देशों द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता प्राप्त की है।

मजीद ब्रिगेड: यह BLA की स्व-संरक्षित, आत्मघाती आतंकवादी इकाई है, जिसका गठन 2010 में असलम बલੋच द्वारा मजीद लैंगोवे नामक दो भाइयों की स्मृति में किया गया था।
BLA को पहले 2019 में विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। मजीद ब्रिगेड को पहले 2024 में पाकिस्तान ने और अब 2025 में अमेरिका ने आतंकवादी संगठन घोषित किया।

पहले भी आतंकवादी संगठन घोषित

बीएलए को 2019 में अमेरिका ने विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी संगठन (Specially Designated Global Terrorist) की सूची में डाल दिया था। इसके बावजूद संगठन ने कई बड़े हमले किए, जिनमें मजीद ब्रिगेड की ओर से संचालित आत्मघाती हमले भी शामिल हैं। मजीद ब्रिगेड बीएलए का खास आत्मघाती यूनिट है, जो उच्च प्रोफ़ाइल सैन्य और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाता रहा है।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय का बयान

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जारी बयान में कहा: बीएलए और मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करना आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्रवाई से आतंकवादी गतिविधियों के लिए मिलने वाला वित्तीय और रसद समर्थन कम होगा, और इनके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क पर दबाव बढ़ेगा।"

हालिया आतंकी घटनाएं

अमेरिकी अधिकारियों ने याद दिलाया कि 2024 में बीएलए ने कराची हवाई अड्डे और ग्वादर बंदरगाह प्राधिकरण परिसर के पास हुए आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी ली थी।
इसी साल मार्च में, बीएलए ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण किया था। इस घटना में 31 नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी, जबकि 300 से अधिक यात्रियों को घंटों तक बंधक बनाए रखा गया।

बलूचिस्तान में दशकों पुराना विद्रोह

बीएलए बलूचिस्तान प्रांत में दशकों से सक्रिय है और पाकिस्तान से स्वतंत्रता की मांग करता रहा है। यह संगठन प्रांत में सैन्य ठिकानों, रेलवे ट्रैक, गैस पाइपलाइन और चीनी निवेश वाले सीपेक (CPEC) प्रोजेक्ट्स पर हमला करने के लिए कुख्यात है।
मजीद ब्रिगेड विशेष रूप से आत्मघाती हमलों में माहिर है और अक्सर विदेशी निवेशकों और सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाता है।

विश्लेषकों की राय

सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि  बीएलए और मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकी संगठन घोषित करने से इनके फंडिंग चैनल और अंतरराष्ट्रीय समर्थन को कड़ी चोट पहुंचेगी। हालांकि, बलूचिस्तान में हिंसा और अशांति को खत्म करने के लिए केवल सैन्य उपाय पर्याप्त नहीं होंगे, इसके लिए राजनीतिक संवाद और सामाजिक-आर्थिक विकास की भी जरूरत होगी।

अमेरिका द्वारा BLA और मजीद ब्रिगेड को आतंकवादी संगठन घोषित करना न केवल उनकी अंतरराष्ट्रीय पहचान स्पष्ट करता है, बल्कि वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की सुरक्षा चिंताओं और चीन के Belt and Road Projects की सुरक्षा के प्रति चिंताओं को भी रेखांकित करता है। साथ ही, उनके ज्वलंत हमलों की श्रृंखला सामरिक खतरे और राजनीतिक अस्थिरता की नींव है।
यह न केवल पाकिस्तान के आंतरिक सुरक्षा ढांचे को चुनौती देता है, बल्कि क्षेत्रीय सहयोग, मानवाधिकार और विकास परियोजनाओं पर भी गहरा असर डालता है।