
नेशनल डेस्क, वेरोनिका राय |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस के नौवें संस्करण का उद्घाटन किया और देश में हो रही डिजिटल क्रांति की ताकत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज भारत में 1 जीबी वायरलेस डेटा की कीमत एक कप चाय से भी कम है। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, “चाय का उदाहरण देना मेरी आदत है, लेकिन यह सच है कि भारत दुनिया में सबसे सस्ता डेटा प्रदान करने वाला देश है।”
पीएम मोदी ने कहा कि आज डिजिटल कनेक्टिविटी कोई लक्ज़री नहीं बल्कि हर भारतीय के जीवन का हिस्सा बन चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रति व्यक्ति डेटा खपत में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले भारत नई तकनीक के लिए दशकों तक इंतजार करता था, लेकिन अब देश खुद तकनीक बना रहा है और दुनिया को निर्यात कर रहा है।
‘मेक इन इंडिया’ पर बोले मोदी
मोदी ने विपक्ष पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा कि जब उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’ की बात शुरू की थी, तो कुछ लोगों ने इसका मजाक उड़ाया था। लेकिन आज वही भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि “जो लोग शक करते थे कि भारत तकनीकी रूप से सक्षम नहीं है, उन्हें अब देश की प्रगति देखकर जवाब मिल गया है।”
हर जिले में पहुंचा 5G
प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत के लगभग हर जिले में अब 5G नेटवर्क पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि जो देश कभी 2G को लेकर संघर्ष कर रहा था, वह आज 5G युग में पूरी तरह प्रवेश कर चुका है। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 2014 की तुलना में छह गुना, मोबाइल फोन निर्माण में 28 गुना वृद्धि, और निर्यात में 127 गुना बढ़ोतरी हुई है।
मोदी ने बताया कि देश में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग से लाखों रोजगार के अवसर बने हैं। एक बड़ी स्मार्टफोन कंपनी के आंकड़े साझा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की 45 कंपनियां उसकी सप्लाई चेन से जुड़ी हैं, जिससे साढ़े तीन लाख नौकरियां पैदा हुई हैं। उन्होंने कहा कि अगर अप्रत्यक्ष रोजगार को भी जोड़ दिया जाए तो यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है।
भारत के लिए वैश्विक अवसर
पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत के पास वैश्विक सप्लाई चेन का हिस्सा बनने का बड़ा मौका है। उन्होंने कहा कि दुनिया भरोसेमंद पार्टनर की तलाश में है और भारत इस जरूरत को पूरा कर सकता है। मोबाइल, टेलीकॉम, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी सेक्टर में जहां भी वैश्विक स्तर पर रुकावटें हैं, वहां भारत समाधान बन सकता है।
भारत बनेगा डेटा हब
मोदी ने कहा कि आज दुनिया पहले से कहीं अधिक डेटा उत्पन्न कर रही है। ऐसे में डेटा स्टोरेज, सुरक्षा और संप्रभुता (Data Sovereignty) जैसे मुद्दे बेहद महत्वपूर्ण हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के पास डेटा सेंटर और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में विश्व नेता बनने की क्षमता है। इससे भारत को न केवल आर्थिक लाभ होगा बल्कि वह एक वैश्विक डेटा हब के रूप में उभर सकता है।
अंत में पीएम मोदी ने कहा कि देश के युवाओं, इंजीनियरों और स्टार्टअप्स की मेहनत ने यह साबित कर दिया है कि भारत केवल तकनीक का उपभोक्ता नहीं, बल्कि तकनीक निर्माता देश भी बन चुका है। उन्होंने कहा कि यह डिजिटल क्रांति भारत को आत्मनिर्भर और विश्व-नेतृत्व की दिशा में ले जा रही है।