
विदेश डेस्क, श्रेयांश पराशर |
भारत वर्ष 2026 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 6-7 जुलाई, 2025 को रियो डी जनेरियो (ब्राजील) में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और इस दौरान भारत को वर्ष 2026 के लिए अध्यक्षता सौंपी जाएगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी कई देशों की राजकीय यात्रा पर भी जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 2 जुलाई से 9 जुलाई, 2025 तक घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा करेंगे। इस यात्रा के दौरान वे घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो की संसदों को संबोधित करेंगे और कुछ देशों से नागरिक सम्मान भी प्राप्त कर सकते हैं।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, पीएम मोदी की घाना यात्रा 30 वर्षों के बाद हो रही है। यह भारत-घाना संबंधों को आर्थिक और रणनीतिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम है। इस यात्रा में कृषि, खनन, डिजिटल ढांचा, वैक्सीन केंद्र और रक्षा सहयोग पर चर्चा होगी।
त्रिनिदाद और टोबैगो में मोदी की यह पहली यात्रा होगी, जो भारतीय प्रवासी आगमन की 180वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। वहाँ की राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों भारतीय मूल की महिलाएं हैं, जो अपनी जड़ों पर गर्व करती हैं। यह यात्रा प्रवासी भारतीयों के लिए गौरव का विषय है।
6-7 जुलाई को ब्रिक्स सम्मेलन ब्राजील के रियो में आयोजित होगा, जिसका विषय “समावेशी और सतत शासन के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग को मजबूत करना” है। भारत सम्मेलन के अंत में 2026 के लिए ब्रिक्स अध्यक्षता ग्रहण करेगा।
प्रधानमंत्री की 4 जुलाई को अर्जेंटीना और 9 जुलाई को नामीबिया यात्रा भी तय है। नामीबिया यात्रा 27 वर्षों के बाद हो रही है। दोनों देशों के बीच 60 करोड़ डॉलर का व्यापार और 80 करोड़ डॉलर का निवेश है। भारत ने यहां चीतों का पुनर्वास भी किया है।
भारत और नामीबिया ने अंतरसंचालनीयता, डिजिटल भुगतान और रक्षा सहयोग पर समझौते किए हैं। नामीबिया खनिज संसाधनों से भरपूर है, जिसमें यूरेनियम, तांबा, कोबाल्ट, लिथियम जैसी महत्वपूर्ण धातुएं शामिल हैं। भारत इन संसाधनों के दोहन और तकनीकी सहयोग के माध्यम से रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में कार्य करेगा।