
हेल्थ डेस्क, नीतीश कुमार |
बिस्तर पर जाते ही नजर आएं ये लक्षण, तो हो जाएं सतर्क; हार्ट, लिवर और किडनी खतरे में हो सकते हैं, तुरंत लें डॉक्टरी सलाह
अगर आपको रात में बार-बार पेशाब करने के लिए उठना पड़ता है, सांस लेने में तकलीफ होती है या नींद खुलने पर अत्यधिक पसीना आता है, तो इसे केवल खराब नींद समझकर नजरअंदाज न करें। ये संकेत हार्ट, लिवर और किडनी से जुड़ी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा कर सकते हैं। समय पर इन लक्षणों की पहचान से गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है।
डॉक्टरों के अनुसार, अधिकतर लोग इन रात के समय नजर आने वाले संकेतों को अनदेखा कर देते हैं, जबकि ये हार्ट फेल्योर की प्रारंभिक चेतावनियाँ हो सकती हैं। दरअसल, ब्लड वेसल्स में रुकावट, क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) या लिवर की खराबी जैसे कारणों से भी ऐसे लक्षण सामने आ सकते हैं।
रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना, जिसे ‘नोक्टुरिया’ कहा जाता है, सामान्य नहीं है। यह हार्ट फेल्योर या किडनी रोग का आरंभिक संकेत हो सकता है।
अपोलो हॉस्पिटल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विक्रम बी. कोल्हारी बताते हैं कि जब दिन के समय हार्ट फेल्योर होता है, तो शरीर विशेषकर पैरों में फ्लूड जमा हो जाता है। रात को लेटने पर यह फ्लूड खून में शामिल होकर किडनी तक पहुंचता है, जिससे बार-बार पेशाब आता है।
अगर किसी को किडनी की समस्या है, तो उसकी फिल्ट्रेशन की क्षमता कम हो जाती है। इसके कारण दिन और रात दोनों समय अधिक पेशाब आता है, लेकिन रात में यह समस्या अधिक गंभीर हो जाती है।
यदि रात में बार-बार पेशाब आता है, पैरों में सूजन है, थकान और सांस लेने में परेशानी महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
रात को सांस लेने में कठिनाई का मतलब हो सकता है कि लंग्स में फ्लूड भर गया है, जिससे दिल रक्त को पंप नहीं कर पा रहा है।
इसी तरह, यदि रात में अत्यधिक पसीना आता है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपका दिल सामान्य से अधिक मेहनत कर रहा है। यह ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज का लक्षण हो सकता है। अगर इसके साथ सीने में दर्द, दबाव या कसाव महसूस हो, तो यह हार्ट की समस्या या हाई ब्लड प्रेशर की ओर संकेत कर सकता है।
कोई भी शंका हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।