
नेशनल डेस्क, श्रेया पांडेय |
जनगणना 2025 की प्रक्रिया को मिली हरी झंडी, कल जारी होगा अधिसूचना: अमित शाह ने की समीक्षा बैठक
भारत की अगली जनगणना की प्रक्रिया अब औपचारिक रूप से शुरू होने जा रही है। केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि जनगणना 2025 के लिए अधिसूचना 17 जून 2025 को जारी की जाएगी। गृह मंत्री अमित शाह ने इस संबंध में गृह सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम समीक्षा बैठक की।
यह जनगणना दो चरणों में आयोजित की जाएगी, पहला चरण मकानों की सूचीकरण और दूसरा चरण जनसंख्या गणना का होगा। जनगणना न केवल नागरिकों की गिनती है, बल्कि यह सरकार की नीतियों, योजनाओं, और संसाधन आवंटन में एक आधार बनती है।
पिछली जनगणना 2011 में हुई थी। 2021 में प्रस्तावित जनगणना कोविड-19 महामारी के कारण टल गई थी। इसके बाद कई सामाजिक और राजनीतिक मांगें उठीं कि जनगणना जल्द होनी चाहिए ताकि देश की बदलती सामाजिक-आर्थिक स्थिति का सही आंकलन हो सके।
गृह मंत्रालय के अनुसार, इस बार डिजिटल माध्यम से भी डाटा एकत्र किया जाएगा। लोग मोबाइल ऐप और ऑनलाइन पोर्टल के जरिए स्व-गणना कर सकेंगे, जिससे प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और प्रभावी होगी। साथ ही, अधिकारियों को टैबलेट और सॉफ्टवेयर से लैस किया जाएगा, जिससे कागज़ रहित और तेजी से गणना संभव हो पाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि जनगणना डेटा नीति निर्धारण, शहरी योजना, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में मददगार सिद्ध होगा। साथ ही, यह सामाजिक न्याय योजनाओं की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने का भी एक प्रमुख स्रोत होगा।
अब निगाहें 17 जून को होने वाली अधिसूचना पर टिकी हैं, जिससे देश के सबसे बड़े डाटा अभ्यास की औपचारिक शुरुआत होगी।