
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि ट्रंप के कार्य और उनके नेतृत्व में उठाए गए कदम किसी भी नोबेल पुरस्कार से कई बढ़कर हैं। पुतिन के अनुसार, ट्रंप ने वैश्विक स्तर पर कई ऐसे जटिल और ऐतिहासिक मुद्दों को सुलझाने की दिशा में काम किया है, जिन्हें दशकों से कोई भी नेता हल नहीं कर सका।
पुतिन ने खासतौर पर गाजा में शांति समझौते की दिशा में ट्रंप की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि अगर गाजा में शांति स्थायी रहती है, तो यह ट्रंप की ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जाएगी। पुतिन ने यह भी जोड़ा कि ट्रंप को भले ही नोबेल शांति पुरस्कार न मिला हो, लेकिन उनके प्रयासों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
रूस और अमेरिका के बीच हाल के वर्षों में तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद, पुतिन ने कहा कि ट्रंप के समय में दोनों देशों के रिश्तों में सुधार के संकेत मिले थे। उन्होंने स्वीकार किया कि अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था और वहां के प्रशासन में रूस विरोधी भावनाएं अब भी गहरी हैं, लेकिन ट्रंप के प्रयासों ने संवाद और आपसी समझ की एक नई शुरुआत की थी।
सूत्रों के मुताबिक, पुतिन की यह टिप्पणी उस समय आई है जब दोनों देशों के बीच “स्टार्ट संधि” पर चर्चा जारी है। यह परमाणु हथियार नियंत्रण से जुड़ी एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संधि है, जो अगले वर्ष समाप्त हो रही है। माना जा रहा है कि पुतिन ट्रंप को इस संधि को आगे बढ़ाने के लिए तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप ने भी इस प्रस्ताव पर सकारात्मक संकेत दिए हैं, जिससे उम्मीद की जा रही है कि दोनों देश आने वाले समय में इस समझौते को नया रूप दे सकते हैं।
पुतिन ने कहा कि ट्रंप ऐसे नेता हैं जो कठिन और वर्षों से चले आ रहे अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, “ट्रंप के कार्य व्यावहारिक और परिणाम-उन्मुख हैं, और यही उन्हें विशिष्ट बनाता है। उन्होंने दुनिया को यह दिखाया कि मजबूत नेतृत्व किस तरह शांति और कूटनीति के बीच संतुलन बना सकता है।”
इसी बीच, वेनेजुएला की विपक्षी नेता और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मारिया कोरिना मचाडो ने भी ट्रंप को लेकर एक बड़ा बयान दिया। मचाडो ने अपने नोबेल शांति पुरस्कार को डोनाल्ड ट्रंप को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने उनके देश में तानाशाही के खिलाफ संघर्ष में महत्वपूर्ण सहयोग दिया है और लोकतंत्र को बहाल करने में ट्रंप की भूमिका बेहद अहम रही है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर मचाडो की पोस्ट साझा की और लिखा कि “मचाडो का समर्थन मेरे लिए गर्व की बात है। उन्होंने मुझे फोन कर बताया कि उन्होंने यह पुरस्कार मेरे सम्मान में स्वीकार किया है। यह उनका बड़ा दिल दिखाता है।” ट्रंप ने आगे कहा कि “मैंने मचाडो से कभी नहीं कहा कि वे यह पुरस्कार मुझे समर्पित करें, बल्कि मैं चाहता हूं कि वे अपने देश के लिए मजबूती से काम करती रहें। वे वेनेजुएला की असली ताकत हैं।”
पुतिन और मचाडो, दोनों की इन प्रतिक्रियाओं से यह स्पष्ट है कि डोनाल्ड ट्रंप का प्रभाव सिर्फ अमेरिकी राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी उनके कदमों और फैसलों ने गहरी छाप छोड़ी है। उनके कार्यकाल के फैसले आज भी अंतरराष्ट्रीय राजनीति और शांति प्रयासों के केंद्र में बने हुए हैं।