
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
उत्तर कोरिया (North Korea) ने शुक्रवार को एक और बड़ा आक्रामक कदम उठाते हुए दक्षिण कोरिया (South Korea) पर 10 बैलिस्टिक मिसाइलें दाग दीं। ये मिसाइलें कोरियन डिमिलिट्राइज्ड ज़ोन (DMZ) के पास दक्षिण कोरियाई सैन्य ठिकानों की ओर लक्षित थीं।
यह हमला उस समय हुआ जब साउथ कोरिया और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा था। उत्तर कोरिया ने इस सैन्य अभ्यास को "उकसावे की कार्यवाही" बताया था और पहले ही धमकी दे चुका था कि यदि यह अभ्यास नहीं रोका गया तो उसकी प्रतिक्रिया "भयंकर" होगी।
क्या हुआ?
कुल 10 मिसाइलें शुक्रवार सुबह 5:30 बजे से 6:00 बजे के बीच विभिन्न लॉन्चिंग साइट्स से दागी गईं।
मिसाइलें साउथ कोरिया के गांगवोन प्रांत, यांगयांग एयरबेस, और कुछ तटीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर दागी गईं।
दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि कुछ मिसाइलें समुद्र में गिरीं जबकि दो मिसाइलें लक्ष्य के बहुत करीब गिरीं।
साउथ कोरिया की प्रतिक्रिया
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक योल ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई।
उन्होंने कहा:
"यह हमला दक्षिण कोरिया की संप्रभुता पर सीधा खतरा है और इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।"
साउथ कोरिया ने अपनी ओर से F-35 फाइटर जेट्स को अलर्ट पर रखा है और THAAD और पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया गया है।
अमेरिका की चेतावनी
व्हाइट हाउस ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा:
"उत्तर कोरिया की इस कार्रवाई को हम चुपचाप नहीं देखेंगे। अमेरिका अपने सहयोगी दक्षिण कोरिया के साथ खड़ा है।”
पेंटागन ने इस क्षेत्र में अपने यूएस नेवी के दो युद्धपोत और एक एयरक्राफ्ट कैरियर को पुनः तैनात किया है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस हमले को लेकर शनिवार को आपातकालीन बैठक बुलाई है।
जापान, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने भी इस हमले को क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बताया है।
विश्लेषण:
यह हमला उत्तर कोरिया की ओर से दिया गया एक स्पष्ट संकेत है कि वह अपनी सैन्य ताकत और दबदबे को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला एक रणनीतिक दबाव बनाने का प्रयास है, जिससे अमेरिका और उसके सहयोगी पीछे हटें।
उत्तर कोरिया का यह हमला एशिया में पहले से ही बढ़े तनाव को और उग्र कर सकता है। आने वाले दिन यह तय करेंगे कि क्या यह केवल एक सीमित सैन्य प्रतिक्रिया है या एक व्यापक युद्ध की शुरुआत। फिलहाल दोनों कोरियाई देशों के बीच हालात बेहद संवेदनशील हो चुके हैं।