पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का टॉप आतंकी सैफुल्लाह खालिद अज्ञात हमलावरों द्वारा ढेर, नेपाल से कर रहा था भारत विरोधी गतिविधियों का संचालन

रिपोर्ट: ऋषि राज
पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का टॉप आतंकी सैफुल्लाह खालिद अज्ञात हमलावरों द्वारा ढेर, नेपाल से कर रहा था भारत विरोधी गतिविधियों का संचालन
इस्लामाबाद: पाकिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आई है जहाँ आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष ऑपरेटिव सैफुल्लाह खालिद को अज्ञात हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया। खालिद को पाकिस्तान के एक गुप्त ठिकाने पर गोली मारी गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह आतंकी भारत में कई हमलों का मास्टरमाइंड माना जा रहा था और लंबे समय से नेपाल से अपने नेटवर्क का संचालन कर रहा था।
सूत्रों के अनुसार, खालिद पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक सुरक्षित स्थान पर छिपा हुआ था। शनिवार देर रात कुछ अज्ञात बाइक सवार हमलावरों ने उस पर गोलियों की बौछार कर दी। हमलावर हमले के बाद फरार हो गए और उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। खालिद की मौके पर ही मौत हो गई।
कौन था सैफुल्लाह खालिद?
सैफुल्लाह खालिद लश्कर-ए-तैयबा का एक सीनियर ऑपरेटिव था, जिसने भारत में कई आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, वह नेपाल की राजधानी काठमांडू से भारतीय सीमा के पास आतंकी नेटवर्क चला रहा था और भारत में आतंकी घुसपैठ और फंडिंग को अंजाम दे रहा था।
भारत में किन हमलों में शामिल था?
भारतीय खुफिया सूत्रों के अनुसार, सैफुल्लाह खालिद कम से कम तीन बड़े आतंकी हमलों में शामिल था, जिनमें से एक जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों पर हुआ हमला और अन्य दो भारत के अन्य शहरों में घातक हमले थे। इन हमलों में दर्जनों निर्दोष नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की जान गई थी।
हमलावर कौन?
अब तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी संगठन ने नहीं ली है। हालांकि, खुफिया हलकों में इसे पाकिस्तान के अंदर चल रहे आंतरिक संघर्ष और आतंकी संगठनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई से जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ सूत्र यह भी संकेत दे रहे हैं कि यह भारत या किसी अन्य देश की “टारगेटेड ऑपरेशन” रणनीति का हिस्सा हो सकता है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
खालिद की मौत के मायने
सैफुल्लाह खालिद की मौत लश्कर-ए-तैयबा और उसके सरगना हाफिज सईद के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है। यह संगठन पहले ही अंतरराष्ट्रीय दबाव और फंडिंग संकट से जूझ रहा है। ऐसे में एक सीनियर कमांडर की मौत से उसके ऑपरेशन नेटवर्क पर गंभीर असर पड़ सकता है।
भारत की प्रतिक्रिया
अब तक भारत सरकार की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इस घटनाक्रम पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना सीमा पार आतंकवाद के नेटवर्क पर एक बड़ा वार साबित हो सकती है।