
स्टेट डेस्क, वेरोनिका राय |
फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट से बीजेपी की छवि धूमिल करने की साजिश, बिहार बीजेपी ने साइबर सेल में दर्ज कराई शिकायत, पार्टी के नाम से फैलाई जा रही भ्रामक सूचनाएं
बिहार की राजनीति में सोशल मीडिया का प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है। राजनेता और राजनीतिक दल जनता तक सीधे पहुंचने के लिए सोशल मीडिया का सक्रिय रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन इस प्रभावशाली माध्यम का दुरुपयोग भी उतनी ही तेजी से हो रहा है। इसी क्रम में अब भारतीय जनता पार्टी की बिहार इकाई सोशल मीडिया पर अपने नाम से चल रहे फर्जी अकाउंट और उस पर पोस्ट की जा रही भ्रामक जानकारियों को लेकर परेशान है।
पार्टी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बिहार पुलिस की साइबर सेल में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत पार्टी के मुख्यालय प्रभारी अरविंद कुमार सिंह के माध्यम से दी गई है, जिसमें उन्होंने बताया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स – खासकर X (पूर्व ट्विटर), फेसबुक और इंस्टाग्राम – पर ‘Bihar BJP’ और ‘@bjp\_bihar\_official’ जैसे नामों से फर्जी अकाउंट बनाए गए हैं। इन अकाउंट्स से भ्रामक और गुमराह करने वाली सूचनाएं पोस्ट की जा रही हैं, जो आम जनता को भ्रमित करने के साथ-साथ पार्टी की साख को भी नुकसान पहुंचा रही हैं।
शिकायत में यह भी बताया गया है कि इन फर्जी अकाउंट्स के माध्यम से राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर बीजेपी की आधिकारिक राय के नाम पर मनगढ़ंत और उत्तेजक पोस्ट डाले जा रहे हैं। इन पोस्ट्स में पार्टी के नेताओं के फर्जी बयान, सरकार की नीतियों पर गलत आंकड़े और दूसरे दलों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की जा रही हैं।
पार्टी का आधिकारिक बयान
मुख्यालय प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया,
"भारतीय जनता पार्टी एक अनुशासित और जिम्मेदार राजनीतिक दल है। हमारे सभी आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पार्टी के पोर्टल और वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा प्रमाणित हैं। ऐसे में फर्जी आईडी बनाकर हमारे नाम से भ्रम फैलाना न केवल पार्टी के नाम का दुरुपयोग है, बल्कि यह एक आपराधिक कृत्य है। हमने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।"
साइबर सेल ने शुरू की जांच
शिकायत मिलते ही पटना साइबर थाने ने इस पर संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। संबंधित अकाउंट्स की तकनीकी निगरानी की जा रही है और पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये फर्जी अकाउंट कहां से और किसके द्वारा संचालित किए जा रहे हैं।
साइबर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया,
"सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर राजनीतिक दलों की छवि खराब करना गंभीर अपराध है। आईटी एक्ट की धारा 66C और 66D के तहत कार्रवाई की जा सकती है। जल्द ही दोषियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
बीजेपी ने अपने सभी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और आम जनता से अपील की है कि वे केवल पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स से प्राप्त सूचनाओं पर ही भरोसा करें। साथ ही किसी भी भ्रामक या संदिग्ध पोस्ट को देखकर उसे साझा करने से बचें और उसकी जानकारी तुरंत पार्टी या पुलिस को दें।
यह घटना बताती है कि डिजिटल युग में राजनीतिक दलों की छवि बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया एक हथियार बन चुका है। ऐसे में जरूरी है कि आम लोग सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की सूचना को जांचे-परखे बिना साझा न करें। वहीं प्रशासन को भी ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि दोषियों को सज़ा मिल सके और भविष्य में इस तरह की हरकतों पर अंकुश लगाया जा सके।