
स्टेट डेस्क, श्रेयांश पराशर |
बिहार में ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया गया है। केंद्र सरकार ने राज्य में न्यूक्लियर पावर प्लांट स्थापित करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बात की घोषणा की।
पटना में पूर्वी क्षेत्र के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों के पांचवें सम्मेलन के दौरान बिहार में न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। बैठक में बिहार सरकार ने राज्य में परमाणु बिजलीघर स्थापित करने की मांग रखी, जिसे केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सहमति प्रदान की। इसके साथ ही बिहार को अगले छह महीनों में 500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली आपूर्ति किए जाने की भी घोषणा की गई।
केंद्र सरकार ने कहा कि यदि बिहार सरकार न्यूक्लियर प्लांट की स्थापना का कार्य शुरू करती है, तो केंद्र उसमें पूर्ण सहयोग देगा। बिहार ने 1000 मेगावाट बिजली स्टोरेज की मांग की है, जिसमें से 500 मेगावाट की आपूर्ति आगामी छह महीनों में कर दी जाएगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि देश के सभी राज्यों को कम-से-कम एक परमाणु बिजलीघर स्थापित करने की योजना तैयार की गई है। वर्ष 2035 तक पावर सेक्टर के लिए एक व्यापक विजन तैयार किया गया है, जिसमें थर्मल, सोलर, विंड और स्टोरेज पावर के प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री ने बिहार में ऊर्जा क्षेत्र में हुए सुधारों की सराहना की। उन्होंने बताया कि राज्य में 80 लाख स्मार्ट मीटर लग चुके हैं और बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। आज भारत अपनी घरेलू बिजली जरूरतें पूरी करने के साथ-साथ भूटान, म्यांमार, नेपाल और बांग्लादेश को भी बिजली निर्यात कर रहा है।