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लोकल डेस्क, एन के सिंह |
मोतिहारी पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 20,000 का इनामी 'बॉस गैंग' सदस्य ने पुलिस के दबाव में किया आत्मसमर्पण, पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात और साइबर थाना अध्यक्ष अभिनव पाराशर के नेतृत्व में, साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान ला रहा रंग, पुलिस की कार्रवाई से मचा हड़कंप, लाखों रुपये नकद व हथियार बरामद।
पूर्वी चंपारण: मोतिहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के कुशल नेतृत्व और साइबर थाना अध्यक्ष सह सहायक पुलिस अधीक्षक अभिनव पाराशर की सक्रिय भूमिका के कारण साइबर अपराधियों के खिलाफ चल रहे अभियान में एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस की लगातार कार्रवाई से साइबर अपराधियों के बीच हड़कंप मच गया है और अब उनमें पुलिस का खौफ साफ दिखाई दे रहा है। यह सफलता दर्शाती है कि मोतिहारी पुलिस साइबर अपराध के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
साइबर अपराध की कमर तोड़ी, लाखों की नगदी और हथियार बरामद
मोतिहारी पुलिस ने साइबर अपराध के मामलों में अब तक लाखों रुपये नकद और हथियार बरामद किए हैं, जिससे साइबर अपराधियों की जड़ें पूरी तरह से उखड़ गई हैं। इस अभियान ने न केवल बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी को रोका है, बल्कि अपराधियों के संसाधनों को भी खत्म कर दिया है, जिससे उनकी आगे की गतिविधियों पर लगाम लगी है। पुलिस की यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करती है कि पूर्वी चंपारण जिला साइबर अपराधों से सुरक्षित रहे और आम जनता बिना किसी भय के डिजिटल लेनदेन कर सके।
₹20,000 का इनामी 'बॉस गैंग' सदस्य गिरफ्तार, पुलिस की सख्त कार्रवाई का परिणाम
इसी कड़ी में, साइबर थाना कांड संख्या-92/25 (बॉस गैंग) से संबंधित एक फरार और ₹20,000 का इनामी अपराधी राज किशोर राम ने पुलिस के अथक दबाव के चलते माननीय न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है। राज किशोर राम, जो विश्वनाथ राम का पुत्र और रघुनाथपुर बलुआ, थाना-रघुनाथपुर, जिला-पूर्वी चंपारण का निवासी है, ने 30 जून 2025 को आत्मसमर्पण किया। यह गिरफ्तारी पुलिस की उस दृढ़ प्रतिज्ञा का परिणाम है कि अपराधी चाहे कितने भी बड़े हों या कितने भी समय से फरार हों, उन्हें कानून के कटघरे में लाया जाएगा।
भविष्य की रणनीति, डिजिटल साइबर अपराध के सरगनाओं पर नकेल कसने की तैयारी
साइबर थाना अध्यक्ष अभिनव पाराशर ने बताया कि यह आत्मसमर्पण साइबर अपराधियों के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस भविष्य में भी साइबर घटनाओं में शामिल डिजिटल साइबर अपराध के सरगनाओं और उनके सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी।