
लोकल डेस्क, एन के सिंह |
महिला बंध्याकरण एवं पुरुष नसबन्दी क़ो लेकर चलेगा अभियान, 11 जुलाई से विश्व जनसंख्या दिवस पर चलेगा विशेष परिवार नियोजन पखवाड़ा
जिले भर के प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सकों का स्थानीय नगर भवन परिसर में परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता क़ो लेकर ग्रामीण चिकित्सकों का एकदिवसीय उनमुखीकरण कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला स्वास्थ्य समिति के डीसीएम नंदन झा के द्वारा किया गया। मौके पर डीसीएम नंदन झा ने विश्व जनसंख्या दिवस एवं मिशन परिवार विकास के अंतर्गत परिवार नियोजन सेवाओं में ग्रामीण चिकित्सक के सहयोग एवं भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्मुखीकरण कार्यशाला में 300 से अधिक प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सक उपस्थिति रहें।
उन्होंने परिवार नियोजन कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा की 11 जुलाई से विश्व जनसंख्या दिवस पर होने वाले पखवाड़े में महिला बंध्याकरण एवं पुरुष नसबन्दी कराये जाने के साथ साथ अस्थाई साधन डरमल इम्प्लांट , माला एन, छाया, इन्जेक्शन अंतरा क़ो लेकर आयोजित होने वाले अभियान की सफलता में बेहतर कार्य करने क़ो लेकर सभी का सहमति लिया।
प्रशिक्षण के दौरान जिला प्रतिनिधि पीएसआइ इंडिया के अमित कुमार ने बताया कि किस प्रकार व्यक्ति परिवार नियोजन साधनों का उपयोग कर जनसमुदाय में एक खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकता है। उन्होंने बताया कि जिले मे स्वास्थ्य कर्मियों क़ो प्रशिक्षण कराकर जल्द ही एक नई व्यवस्था डरमल "'इम्प्लांट" क़ो सभी स्वास्थ्य केंद्रों मे उपलब्ध कराया जाएगा। इस सम्बन्ध मे जिले के डीसीएम नंदन झा ने बताया की परिवार नियोजन इम्प्लांट एक प्रभावी और सुविधाजनक गर्भनिरोधक विकल्प है। पुरुष नसबंदी कराने पर लाभार्थियों को 3000 रुपये तथा महिला बंध्याकरण पर लाभार्थियों को 2000 रुपये दिया जाता है।
कार्यशाला में प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सक के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंशु तिवारी के द्वारा सभी प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सकों से अनुरोध किया गया की परिवार नियोजन कार्यक्रम एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य सभी कार्यक्रमों को सफल बनाने में सभी सहयोग प्रदान करें जिससे हमारा बिहार स्वास्थ्य एवं समृद्ध बिहार बन सकें| बैठक में जिला अध्यक्ष नवीन कुमार ने सभी ग्रामीण चिकित्सकों के साथ सरकार और स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम के प्रति प्रतिबद्धता और पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया। मौके पर डीसीएम नंदन झा, अवधेश कुमार, पीएसआई जिला प्रतिनिधि अमित कुमार, पिरामल प्रतिनिधि अरविन्द सिँह, सिफार प्रतिनिधि सिद्धांत कुमार, व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों क़ो ग्रामीण चिकित्सकों के प्रतिनिधियों के द्वारा सम्मानित किया गया।